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21 जून ,रविवार को साल का पहला सूर्ग्रहण हैै। इस सूर्य ग्रहण का आकार वलयकार होगा यानी फायर रिंग जैसा दिखेगाै। ये ग्रहण सुबह 9:15 बजे शुरू होगा और 12:10 बजे दोपहर में कुछ देर के लिए हल्का अंधेरा सा छा जाएगाै। इसके बाद 03:04 बजे ग्रहण समाप्त होगा. यानी करीब 6 घंटे का लंबा ग्रहण होगा।
ग्रहण से एक दिन पहले ही सूतक काल शुरू हो जाएगाै। ग्रहण का सूतक काल शनिवार यानि कि 20 जून की रात 09:25 PM से शुरू हो जायगा। ग्रहण लगने के 12 घंटे पहले सूतक (Sutak Timing) लग जाता हैैऔर मंदिरो के पट भी बंद हो जाते है सरे शुभ कार्य करना वर्जित किया जाता है।
यह सूर्य ग्रहण काफी प्रभावशाली माना जा रहा है क्युकि इस सूर्य ग्रहण मे जो संयोग बन रहा है वो पिछले 500 सालो मे नहीं बना है। कहा जा रहा की ये ग्रहण इतना प्रभावशाली है की जहा भी ये दिखेगा वह युद्ध जैसा हालत बनेगे प्राकतिक आपदा आ सकती है। हालॉकि की विज्ञान इसे मात्र खगोलीय घटना ही मानता है इसलिए इससे डरे नहीं। इस ग्रहण का हर राशि पर अलग प्रभाव होगा।
सूर्य ग्रहण पर रखने वाली सावधानियों मई से एक ये है की इसे हमे नंगी आँखों से नहीं देखना है क्युकी इससे निकले वाली किरणे आँखों के लिए बहुत हानिकारक होती है। शास्त्रों के अनुसार इसका सेहत पर बहुत असर होता है, इस दौरान हमे कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए क्युकि खाना दूषित हो जाता है । इससे बचने के लिए हमे खाने मे तुलसी का पता अवश्य डाल देना चाहिए। विज्ञान इन सब बातो को नकारता है वो इसे बस एक खगोलीय घटना मानता है ।
सूर्य ग्रहण भारत के इलावा नेपाल,पाकिस्तान ,अमेरिका,ऑस्ट्रेलिया ,अफ्रीका ,दक्षिणी यूरोप आदि देशो मे दिखेगा।