अवैध हथियारों के एक सप्लायर को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। वह एक कुख्यात गैंग को हथियार सप्लाई करता था। उसके पास से 5 देशी कट्टे, 02 अत्याधुनिक स्वचालित पिस्तौल और 14 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। उसकी पहचान सतेन्द्र उर्फ सिट्टू के रूप में हुई है।
अवैध हथियार का सप्लायर ऐसे धरा गया
क्राइम ब्रांच के डीसीपी सतीश कुमार के मुताबिक हेडकांस्टेबल अश्वनी को सूचना मिली थी कि गैंग को हथियार और गोला बारूद की सप्लाई करने वाला सतेन्द्र उर्फ सिट्टू द्वारका नें आने वाला है। सूचना के आधार पर एसीपी रविन्द्र कुमार राजपूत की निगरानी और इंस्पेक्टर अक्षय के नेतृत्व में एसआई राहुल कुमार, एसआई रवि, एसआई मनोज कुमार मीना कुमार और हेडकांस्टेबल गौरव, अश्विनी, देवेंद्र, दिनेश, संदीप, संदीप, नवीन, हरदीप, मयंक और विनोद शर्मा की टीम ने सतेन्द्र को गिरफ्तार किया।
तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 05 अवैध देसी कट्टे, 02 ऑटोमेटिक पिस्तौल तथा 08 एमएम के 10 जिंदा कारतूस तथा 7.65 एमएम के 04 जिंदा कारतूस बरामद किए। पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि वह एक कुख्यात गिरोह के सदस्यों को हथियार व गोलाबारूद सप्लाई करता है तथा वह लंबे समय से गिरोह के लिए काम कर रहा है।
आरोपी सतेंद्र उर्फ सिट्टू ने खुलासा किया कि वह अपने पड़ोसियों की हत्या के प्रयास के मामले में सोनीपत जेल में बंद है। जेल में उसकी मुलाकात एक कुख्यात गैंगस्टर से हुई तथा जमानत पर बाहर आने के बाद वह गिरोह का सदस्य बन गया। उसके बाद कुख्यात गैंगस्टर के निर्देश पर उसने अन्य सह-आरोपी जुगेश उर्फ योगी से संपर्क किया तथा बरामद हथियार व गोलाबारूद एकत्र किया, जिसे भारत में सक्रिय उसके गिरोह के अन्य सदस्यों को सप्लाई किया जाना था।
पुलिस के मुताबिक सतेन्द्र आटो चलाता था मगर साथ में हथियार भी सप्लाई करता था। उसे पहले भी गिरफ्तार किया गया है।
- cyber attack से बचने के ये उपाय हैं जान लीजिए आप भी
- criminal जिस पर 57 मामले, चार राज्यों में वारदातें, दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इस तरह किया गिरफ्तार
- financial fraud यानि वित्तीय धोखाधड़ी तो तुरंत उठाएं ये कदम होंगे फायदे
- instagram, facebook, whatsapp खाता हैक हो जाए तो क्या करें?
- upi id को हैकर्स से बचाने और secure transaction के लिए अहम है यह जानकारी