Google Password Manager कितना सुरक्षित है? जानिए छिपे जोखिम और बचाव के पक्के तरीके

Google Password Manager काम आसान करता है, लेकिन अगर Google अकाउंट या Chrome समझौता हो जाए तो सारे पासवर्ड एक साथ खतरे में पड़ जाते हैं। इस पोस्ट में जानिए इसके छिपे जोखिम, हमलावरों के तरीके और सुरक्षित रहने के कारगर उपाय।
Google Password Manager
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Chrome में मौजूद Google Password Manager रोजमर्रा के काम आसान करता है। एक बार सेव कर लो, फिर हर साइट पर पासवर्ड याद रखने की जरूरत ही नहीं रहती। लेकिन इसी सुविधा के साथ एक बड़ा खतरा भी छिपा है। अगर आपका Google अकाउंट या Chrome प्रोफ़ाइल समझौता हो जाए, तो हमलावर आपके पूरे डिजिटल जीवन पर कब्जा कर सकते हैं।

इसलिए समझना जरूरी है कि ब्राउज़र-आधारित पासवर्ड स्टोरेज कितना सुरक्षित है और किन कदमों से आप खुद को बेहतर बचा सकते हैं।

ब्राउज़र-आधारित पासवर्ड मैनेजर क्यों जोखिमपूर्ण हैं

1. एक ही अकाउंट पर सबकुछ निर्भर

Google Password Manager सीधे आपके Google अकाउंट से जुड़ा होता है। एक बार हैकर उस अकाउंट में घुस गया, तो वह आपके सभी सेव किए गए लॉगिन पढ़ सकता है।

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2. ब्राउज़र कमजोरियाँ

Chrome दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला ब्राउज़र है और इसी वजह से मैलवेयर और फ़िशिंग का पसंदीदा टारगेट भी। अगर ब्राउज़र समझौता हो जाए तो संग्रहीत पासवर्ड तक पहुंच आसान हो जाती है।

3. सीमित सुरक्षा नियंत्रण

समर्पित पासवर्ड मैनेजर ज़ीरो-नॉलेज एन्क्रिप्शन देते हैं, जबकि Google Password Manager में यह सुविधा नहीं है। इसके कारण सर्वर या डिवाइस समझौता होने पर खतरा बढ़ जाता है।

4. डिवाइस सिंक का खतरा

आपके पासवर्ड सभी डिवाइसों में सिंक होते हैं। किसी एक फोन या लैपटॉप के चोरी या संक्रमित होने पर पूरा वॉल्ट खतरे में आ जाता है।

अकाउंट टेकओवर कैसे होता है

हमलावर ब्राउज़र में सेव किए गए पासवर्ड को कई तरीकों से निशाना बनाते हैं:

फिशिंग

नकली पेज के ज़रिए Google अकाउंट का पासवर्ड चुरा लेना और फिर सभी सिंक किए गए पासवर्ड तक पहुंचना।

मैलवेयर और कीलॉगर

ब्राउज़र फाइलों से सीधे पासवर्ड निकाल लेना।

क्रेडेंशियल स्टफिंग

Google अकाउंट तक पहुंच के बाद वही पासवर्ड अन्य साइटों पर ट्राय करना।

सेशन हाईजैकिंग

Chrome प्रोफ़ाइल चोरी होने पर पासवर्ड प्रॉम्प्ट भी बेअसर हो सकता है।

खतरे से बचने के पक्के तरीके

1. ज्यादा मजबूत प्रमाणीकरण

  • हमेशा MFA ऑन रखें
  • जहां संभव हो हार्डवेयर सिक्योरिटी की इस्तेमाल करें

2. ब्राउज़र में संवेदनशील पासवर्ड सेव न करें

बैंकिंग, सरकारी या ऑफिस अकाउंट्स के पासवर्ड Chrome में सेव करने से बचें।
इसके बजाय Bitwarden, 1Password या Keeper जैसे टूल बेहतर सुरक्षा देते हैं।

3. नियमित निगरानी

  • Google में सुरक्षा अलर्ट ऑन रखें
  • अकाउंट एक्टिविटी समय-समय पर चेक करें
  • अनचाहे ऐप्स की अनुमति हटाएं

4. डिवाइस और ब्राउज़र की स्वच्छता

  • Chrome हमेशा अपडेट रखें
  • एंटीवायरस सक्रिय रखें
  • पब्लिक Wi-Fi पर संवेदनशील काम से बचें
  • पर्सनल और वर्क के लिए अलग Chrome प्रोफ़ाइल बनाएं

तुलना: Google Password Manager vs Dedicated Password Manager

फ़ीचरGoogle Password Managerसमर्पित पासवर्ड मैनेजर
सुविधाबहुत आसानमध्यम
सुरक्षाबेसिकएडवांस्ड
टेकओवर का जोखिमज्यादाकम
एंटरप्राइज़ उपयोगसीमितबेहतर

निष्कर्ष

Google Password Manager इस्तेमाल में आसान है, लेकिन यह एक ही जगह पर सारी चाबियां रखने जैसा है। अगर Google अकाउंट या Chrome कभी समझौता हो जाए तो नुकसान बड़ा हो सकता है। इसलिए जरूरी अकाउंट्स के लिए एक समर्पित पासवर्ड मैनेजर अपनाएं, MFA ऑन रखें और अपने डिवाइस को सुरक्षित रखें।

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