नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। दिल्ली हिंसा में आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के कहने पर 200 राउंड कारतूस एकत्रित हुआ। दंगो में ये सारे कारतूस चलाए गए। ताहिर ने एक शख्स को 100 राउंड कारतूस खरीदने के लिए 15 हजार रुपये दिए थे। यह खुलासा दिल्ली पुलिस की नई चार्जशीट में हुआ है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली हिंसा के 4 मामलो में चार चार्जशीट दाखिल की है।
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हवलदार रतन लाल हत्याकांड- क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के मामले में करीब 1100 पेज की चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में ये बताया गया है कि उपद्रवियों के 40 से 50 लोगो के एक ग्रुप की 22 फरवरी को इलाके में एक घर के बेसमेंट में मीटिंग हुई थी जिसमे हिंसा की साजिश रची गई। साजिश के मुताबिक घर के बच्चों और बुजुर्गों को घर मे रहने की नसीहत देकर दंगाई सड़को पर निकले। 23 फरवरी को थोड़े हंगामे के बाद वापस आ गए लेकिन फिर 24 फरवरी को एक बार उपद्रवी सड़को पर निकलकर उत्पाद मचाने लगे। इसी हिंसा के दौरान शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा, एसपी अनुज शर्मा और हेड कांस्टेबल रतन लाल गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की बाद में मौत हो गई थी। उन्हें गोली भी मारी गई थी। चार्जशीट में सलीम खान, सलीम मुन्ना और शादाब का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। कुल 17 लोगो को SIT ने गिरफ्तार किया था। चार्जशीट में सभी 17 आरोपी बनाए गए हैं। इस मामले में अभी और भी आरोपी है जिनकी गिरफ्तारी होनी बाकी है। जिसमे कुछ महिलाएं भी शामिल है। चार्जशीट में सीसीटीवी की फुटेज, मोबाइल की वीडियो फुटेज, लोगो के बयान मोबाईल कॉल डीटेल्स मौके पर मौजूद चश्मदीद पुलिस अधिकारियों पुलिसकर्मियों के बयान भी शामिल किए गए है।
सप्तऋषि बिल्डिंग मर्डर केस-
एसआईटी ने दूसरी चार्जशीट सप्तऋषि बिल्डिंग मर्डर केस में दाखिल की है। मेन वजीराबाद रोड पर स्थित सप्तऋषि बिल्डिंग की छत पर दंगाई एकत्रित हो गए थे। वहां से फायरिंग की जा रही थी। फायरिंग में एक दंगाई शाहिद को भी गोली लगी और उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में 6 लोगो को गिरफ्तार किया था। एसआईटी ने इस मामले में भी चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह मामला रतनलाल हत्याकांड से भी जुड़ा हुआ है।
मार्रूफ अली हत्याकांड–
सुभाष मोहल्ला निवासी मार्रूफ अली अपने पड़ोसी शमशाद के साथ 25 फरवरी को गली के मोड़ पर खडा था। उसी समय नागरिकता कानून और एनआरसी के समर्थन में नारे लगाती हुई एस भीड़ वहां पहुंची और दोनों पर हमला कर दिया। इस हमले में मार्रूफ को सिर में औऱ शमशाद को पेट में गोली लगी थी। दोनो को एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया जहां मार्रूप की मौत हो गई जबकि शमशाद का इलाज हुआ। इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया था।
अजय गोस्वामी हत्या को चेष्टा मामला– 23 साल के अजय गोस्वामी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि ताहिर हुसैन के छत से चलाई गई गोली उसके पिछे लगी थी। उसने अपनी शिकायत में गुलफान औऱ तनवीर नाम के दो लोगों पर आरोप लगाए थे। पुलिस ने इस मामले में गुलफान औऱ तनवीर के अलावा ताहिर हुसैन औऱ उसके भाई शाह आलम को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने गुलफान के लाइसेंसी .32 बोर की पिस्टल, सात जिंदा कारतूस भी बरामद किए। अतरिक्त कारतूस भी बरामद हुआ। पूछताछ में पुलिस को पता लगा कि गुलफान ने जनवरी में हुए सीएए विरोधी आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। ताहिर ने उससे बड़े दंगे के लिए तैयार रहने के लिए भी बोला था। यही नहीं ताहिर ने उसे सौ राउंड कारतूस खरीदने के लिए 15 हजार रूपये भी दिए। गुलफान के पास पहले से ही 100 राउंड गोली थी ताहिर के कहने पर उसने 31 जनवरी को 100 कारतूस औऱ खरीदे। दंगे के दौरान ताहिर के घर की छत पर की गई तैयारी इसी का हिस्सा थी। उस दिन सारी गोलियां चलाई गईं। गौरतलब है कि पुलिक की चार्जशीट में ताहिर को अंकित शर्मा हत्याकांड सहित दो अन्य मामलों में भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया गया है।