नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। बेटी को तीन साल से तंग करने वाले युवक को पिता ने सबक सिखाने का फैसला कर लिया। 23 जुलाई की रात वह युवक शराब पीकर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले पिता के पास पहुंच गया। यही नहीं वह उससे बहस भी करने लगा इसके बाद सिक्योरिटी गार्ड से नहीं रहा गया। उसने उसे सबक सिखा ही दिया। अपने गमछे से उसका गला घोंट कर पिता ने पहले उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव ठेले में रख निकल पड़ा ठिकाने लगाने। मगर राश्ते में पुलिस ने पकड़ लिया। मामला दिल्ली के वसंत कुंज नार्थ थाना इलाके का है।
साउथ वेस्ट दिल्ली के डीसीपी इंगित प्रताप सिंह के मुताबिक वसंत कुंज नार्थ थाने में तैनात हेडकांस्टेबल विनोद कुमार ने ठेले पर लाश ले जाते हुए शख्स को पकड़ा था। लाश की शिनाख्त संतोष कुमार झा के रूप में हुई। लाश लेकर जाने वाले शख्स की पहचान सुर्मेश के रूप में हुई। पूछताछ में सुर्मेश ने बताया कि संतोष पिछले तीन साल से उसकी बेटी को परेशान करता था। जब भी वह बाहर जाती वह उसका पिछा करता था। 22 जुलाई को संतोष शराब पीकर सुर्मेश के घर पहुंच गया। दोनो में गर्मागर्मी हो गई। बहस करते हुए दोनो ग्राउंड फ्लोर के खाली पड़े कमरे में पहुंच गए। उसी दौरान सुर्मेश ने गमछा से संतोष का गला घोंट दिया। इसके बाद जहां सुर्मेश गार्ड की डयूटी देता था लाश को वहीं रखे रहा। 24 जुलाई को वह लाश को ठेले में लेकर ठिकाने लगाने जा रहा था कि पकड़ लिया गया।