crime news-जिन लुटेरों के बारे में ये खबर है वो कुछ अलग ही हैं। इनके सरगना को यूपी पुलिस दो बार एनकाउंटर कर चुकी है। मगर अभी भी वह बेखौफ धूम स्टाइल लुटेरों का गैंग चला रहा है। वारदातों में बेहद आधुनिक बाइक इस्तेमाल करने की वजह से अपराध की दुनिया में लोग उसे केटीएम का नाम दे चुके हैं। दिल्ली पुलिस की क्राईम ब्रांच ने इस गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। सरगना अभी फरार है। वह कानपुर, आगरा आदि में लूटपाट करता रहा है।
crime news-ये है पूरा मामला, गैंग का प्रोफाइल
दिल्ली क्राइम ब्रांच के डीसीपी अमित गोयल के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों की पहचान अशरफ उर्फ गुल्लू, तौफीक और इस्तेकार के रूप में हुई है। आरोप है कि तीनो ने पिछले 15 दिनो में धूम स्टाइल में एक के बाद एक 26 वारदातों को अंजाम दिया था। आरोपी गाजियाबाद, नोएडा और दिल्ली में आई फोन और सोने की चेन झपट रहे थे।
डीसीपी अमित गोयल के मुताबिक आधुनिक बाइक का इस्तेमाल कर झपटमारी की हो रही वारदातों के मद्देनजर पुलिस गैंग की तलाश कर रही थी। हेडकांस्टेबल भाेपान्दर औऱ नितिन को सूचना मिली थी कि अशरफ अपने साथियों के साथ वारदातों को अंजाम दे रहा है। इस सूचना के आधार पर एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख और इंस्पेक्टर केके शर्मा के नेतृत्व में एसआई गौरव त्यागी, राहुल गर्ग, राजकुमार, राकेश त्यागी, एएसआई श्याम सिंह, अशोक कुमार, हेडकांस्टेबल भोपान्दर, सुनीत, ललित, नितिन राठी, कपिल राज, मोहित बाल्यान और दीपक नागर की टीम बनाई गई।
पुलिस ने सघन छापेमारी के बाद जौहरीपुर, नंद नगरी, बेहटा हाजीपुर और लोनी से अशरफ, तौफीक और इस्तेकार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता लगा कि उनके गैंर का सरगना कुख्यात नजाकत अली उर्फ केटीएम उर्फ भूरा है। ये सब फिल्म धूम से बुरी तरह प्रेरित हैं। हाईएंड बाइक इस्तेमाल करने की वजह से ही नजाकत को केटीम के नाम से जाना जाता है। ये कानपुर, आगरा, दिल्ली, नोएडा और गाजियाबद में लूटपाट करते थे। नजाकत को यूपी पुलिस दो बार एनकाउंटर भी कर चुकी है।
पढ़ने योग्य
- लैप्स पॉलिसी रिफंड के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी कैसे हो रही है
- भारत का डिजिटल लॉक अब और मजबूत: SIM हटते ही मैसेजिंग ऐप बंद – नया नियम क्या बदल देगा?
- लेट्स इंस्पायर बिहार: अगले चार महीनों में राष्ट्रीय स्तर के पांच बड़े आयोजन, बिहार विकास की रफ्तार होगी तेज
- Google Password Manager कितना सुरक्षित है? जानिए छिपे जोखिम और बचाव के पक्के तरीके
- SIP कॉलिंग का काला खेल: अवैध टेलीफोन एक्सचेंज कैसे भारत में साइबर क्राइम का फ्रंटलाइन बना रहे हैं












