कस्टम से गिफ्ट आने के संदेश या फोन आए तो सावधानी बरतिएगा। कस्टम से गिफ्ट पाने की लालच में जरा भी लापरवाही बरती तो मोटी रकम से हाथ धो सकते हैं। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का भांडाफोड़ किया है जो लोगों से कस्टम से गिफ्ट आने की एवज में मोटी रकम ऐंठा करता था। क्राइम ब्रांच ने इस सिलसिले में एक विदेशी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
क्राइम ब्रांच डीसीपी रोहित मीणा के कस्टम से गिफ्ट क्लीयरेंस के बहाने कुली परिवार के एक शख्स से 1,60,500 रु की रकम ठग ली गई। क्राइम ब्रांच के आईजीआईएस के पास विजय कुमार नामक शख्स ने शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में कहा गया था कि उसे एक फोन आया था जिसमें बताया गया कि यूनाइटेड किंगडम से उसके लिए गिफ्ट आया है। उसे लालच दिया गया कि अगर ये गिफ्ट वह ले लेता है तो उसे अपनी गरीबी से जीवन भर के लिए मुक्ति मिल जाएगी। उसे बताया गया कि एयरपोर्ट से गिफ्ट छुड़ाने के लिए 1,60,500 रु लगेंगे। लालच में पड़कर विजय ने तीन किश्तो में बताए गए खाते में रुपये दे दिए। रुपये एटीएम से तुरंत निकाल भी लिए गए। इसके बाद फोन करने वालो ने फोन बंद कर दिया।
डीसीपी रोहित मीणा के मुताबिक मामले को सुलझाने के लिए एजीएस के एसीपी अभिनेन्द्र की देखरेख में इंस्पेक्टर अनिल शर्मा के नेतृत्व में एसआई अजय कुमार, सुभाष, महाबीर सिंह, एएसआई ब्रज लाल, मुकेश, संदीप, हेडकांस्टेबल विनोद कुमार, धर्मराज, मिंटू और कांस्टेबल श्याम सुंदर की टीम बनाई गई। पुलिस टीम ने कॉल करने वाले मोबाइल फोन औऱ बैंक खाते की जांच की तो पता लगा कि खाते में मोटी रकम जल्दी जल्दी जमा होती है और जल्दी से निकाली भी जाती है। फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली और एनसीआर में विशेष रूप से गाजियाबाद, नोएडा, बुराड़ी और उत्तम नगर में लगातार छापेमारी और दिन रात निगरानी की गई और अथक प्रयासों के बाद विशाल सिंह को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर आरोपी कमल और सौरव को भी पकड़ लिया गया। तीनों कथित जमा के लिए इस्तेमाल किए गए कथित बैंक खाता उपलब्ध कराते थे। उनकी जांच से, मास्टरमाइंड आरोपी में से एक नाइजीरियन अबू को बुराड़ी क्षेत्र से पकड़ा गया था। उसके पास से दो एटीएम कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है।