Social media message आजकल जिंदगी का अभिन्न अंग हैं। लेकिन social media message की आड़ में लोगों को मोटी रकम की चपत भी लगाई जा रही है। हाल ही में एक सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी (GM) को ₹7.4 करोड़ की ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी में ठगा गया। मामले में दिल्ली से एक आरोपी गिरफ्तार हो चुका है मगर यह मामला केवल सतह पर दिखाई देने वाला हिस्सा है। ऐसी ठगी तेजी से बढ़ रही हैं, और कई पीड़ितों को तब तक पता नहीं चलता जब तक बहुत देर न हो जाए।
social media message scam से बचाव के उपाय
रोकथाम के उपाय: निवेश धोखाधड़ी से पहले ही सतर्क रहें
सावधानी ही सुरक्षा है – निवेश से पहले जांचें, परखें, बचें।
निवेश से पहले – पूरी तरह से सत्यापन करें। SEBI रजिस्ट्रेशन की पुष्टि करें: यह जांचने के लिए SEBI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं कि प्लेटफ़ॉर्म या सलाहकार पंजीकृत है या नहीं।
सोशल मीडिया पर आधारित सलाह से बचें: ठग अक्सर WhatsApp, Telegram या Instagram पर “सफल निवेशक” बनकर धोखा देते हैं। पारदर्शिता की मांग करें: ऑडिटेड वित्तीय दस्तावेज, कंपनी पंजीकरण और भौतिक पता माँगें।
RBI डोमेन जांच का उपयोग करें: वैध बैंक जल्द ही .bank.in या .fin.in डोमेन का उपयोग करेंगे।
जल्दी पहचानें – नुकसान से बचें
चेतावनी संकेत जिनसे सतर्क रहें
चेतावनी संकेत | क्यों यह खतरनाक है |
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गारंटीड रिटर्न का दावा | कोई वास्तविक निवेश लाभ की गारंटी नहीं देता |
“सीमित समय” का दबाव | जांच से बचने के लिए दबाव तकनीक |
बिना रेगुलेशन वाले ऐप/वेबसाइट | कोई निगरानी नहीं, कोई सुरक्षा नहीं |
केवल क्रिप्टो भुगतान | ट्रैक करना मुश्किल, गायब होना आसान |
नकली प्रशंसापत्र और बॉट्स | झूठा विश्वास बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए |
स्मार्ट पहचान उपकरण |
AI आधारित धोखाधड़ी पहचान: बैंक अब मशीन लर्निंग का उपयोग करके संदिग्ध पैटर्न को पहचानते हैं। Financial Fraud Risk Indicator (FRI): टेलीकॉम से जुड़ी प्रणाली जो जोखिम भरे मोबाइल नंबरों को रीयल टाइम में चिन्हित करती है। स्वचालित FIR प्रणाली: ₹10 लाख से अधिक की धोखाधड़ी के लिए e-Zero FIR प्रणाली कानूनी कार्रवाई को तेज करती है।
सार्वजनिक चेतावनी संदेश “निवेश करने से पहले दो बार सोचें—नकली ट्रेडिंग ऐप्स और स्कीम्स से सावधान रहें। कोई भी स्कीम जो गारंटीड रिटर्न का दावा करे, वह धोखा हो सकती है।”
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