प्रतिबंधित संगठन बब्बर खालसा का आतंकी लांडा और गैंगस्टर बटाला के करीबी सहयोगी पर जांच एजेंसी एनआईए ने चार्जशीट दायर की है। केंद्रीय जांच एजेंसी नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने पंजाब टेरर साजिश मामले में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा और कुख्यात गैंगस्टर पवित्तर बटाला के करीबी सहयोगी जतिंदर सिंह उर्फ जोती के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
बब्बर खालसा को ऐसे करता था मदद
एनआईए ने जतिनंदर सिंह जोती को पिछले साल सितंबर में गिरफ्तार किया था। जांच में पाया गया था कि वह मध्य प्रदेश से पंजाब स्थित गैंगस्टरों के लिए हथियारों को खरीद कर सप्लाई करता था। वह घोषित आतंकी लखविंदर सिंह लांडा के करीबी सहयोगी बटाला के जमीनी गुर्गों को हथियार सप्लाई करने में मदद कर रहा था। एनआईए ने इसके खिलाफ दायर चार्जशीट में जांच को विस्तार से बताया है। चार्जशीट में बताया गया है कि कैसे आतंक और अपराध के गठजोड़ को हथियारों की सप्लाई हो रही थी। इसमें मध्य प्रदेश के एक घोषित हथियार सप्लायर भी था।
पंजाब में बटाला के गुर्गों द्वारा बब्बर खालसा के आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए काम किया जा रहा था। गैंगस्टर-आतंकी के इस गठजोड़ के लिए अवैध हथियारों को इस्तेमाल किया जा रहा था। इसी की आपूर्ति में जतिंदर सिंह मदद करता था। जांच में यह भी पाया गया था कि जतिंदर सिंह जोती मध्य प्रदेश में हथियार सप्लायर बलजीत सिंह उर्फ राणा भाई से अवैध हथियार खरीदता था।
बलजीत को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। एनआईए ने उसके खिलाफ चार्जशीट भी कर दी थी। मगर जतिंदर और दूसरे आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए वर्चुअल नंबर और एनक्रिप्टेड ऐप्प का इस्तेमाल कर रहे थे। एनआईए इस साजिश में लखविंदर सिंह लांडा औऱ उसके साथी घोषित आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और उसके विदेशों में ठिकाना बनाए साथियों की भूमिका की जांच भी कर रही है।
यह भी पढ़ेंः
- पहलगाम आतंकी हमले में पाक आतंकियों को पनाह देने वाले दो लोग गिरफ्तार
- बब्बर खालसा के इन आतंकियों के खिलाफ एनआईए ने चार्जशीट दाखिल किया
- cryptocurrency है साइबर क्राइम पर कितना बड़ा खतरा, जानिए क्योंं और कैसे
- आप भी जानिए adhar card पर आधारित UPI प्रमाणीकरण की कमियां और इसके सुधार के उपाय
- cyber crime के चार यक्ष प्रश्न और उनके जवाब आपको भी जानना चाहिए