मुस्लिम महिलाओं के इस खास वर्ग को इस तरह बनाता था शिकार इस अपराधी तक ऐसे पहुंची दिल्ली पुलिस

मुस्लिम महिलाओं के एक खास वर्ग को शिकार बाने वाले शख्स को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। यह शख्स केवल विधया या तलाकशुदा महिलाओं को अपनी जाल में फांसता था। उनसे शादी करने के नाम पर यह मोटी रकम या कीमती गिफ्ट ऐेठने के बाद फरार हो जाया करता था। देश भर के थानों में इसके खिलाफ मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक अब तक उसने लगभग 50 महिलाओं को अपना शिकार बना डाला है। उसकी पहचान मुकीम खान के रूप में हुई है।

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मुस्लिम
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मुस्लिम महिलाओं के एक खास वर्ग को शिकार बाने वाले शख्स को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। यह शख्स केवल विधया या तलाकशुदा महिलाओं को अपनी जाल में फांसता था। उनसे शादी करने के नाम पर यह मोटी रकम या कीमती गिफ्ट ऐेठने के बाद फरार हो जाया करता था। देश भर के थानों में इसके खिलाफ मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक अब तक उसने लगभग 50 महिलाओं को अपना शिकार बना डाला है। उसकी पहचान मुकीम खान के रूप में हुई है।

मुस्लिम महिलाओं को इस तरह बनाता था शिकार

क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार सैन के मुताबिक वह शादी कराने वाली वेबसाइटों पर खास महिलाओं की जानकारी एक्त्र करता था। इसके बाद अपनी फर्जी पहचान से खाता खोलने के बाद उक्त महिला से शादी का प्रस्ताव रखा करता था। पहचान में यह अपने आपको उच्च सरकारी अधिकारी बताया करता था। इस शख्स को एसीपी सुशील कुमार दैला की करीबी निगरानी और इंस्पेक्टर प्रियंका की निगरानी में एसई अंकुर यादव, एएसआई मोहम्मद तालीम, रोहित, हवलदार सोमेश, गुरुेन्द्र, विनीत, नितिन, युनुस और कांस्टेबल सुनित की टीम ने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया।

आरोपी मुकीम अय्यूब खान से लंबी पूछताछ की गई तो वारदात करने के तरीके का खुलासा किया। उसने खुलासा किया कि उसने jeevanshadi.com और shadi.com जैसी विभिन्न वैवाहिक वेबसाइटों पर आकर्षक विवरण के साथ कई फर्जी आईडी बनाकर शादी के बहाने कई हाई-प्रोफाइल महिलाओं को ठगा है। उसने खुलासा किया कि वह खुद को वरिष्ठ सरकारी अधिकारी बताकर हाई-प्रोफाइल मुस्लिम अविवाहित, विधवा और तलाकशुदा महिलाओं को शादी के लिए निशाना बनाता था।

लक्ष्य तय करने के बाद वह ऐसी महिलाओं के साथ अपना मोबाइल नंबर साझा करता था और उन्हें आकर्षक बातों में उलझाता था। ऐसी बातचीत के दौरान वह अपनी मनगढ़ंत कहानी बताता था कि वह एक सरकारी कर्मचारी है और अपनी पत्नी की मृत्यु के कारण पारिवारिक समस्याओं से पीड़ित है और अपनी इकलौती बेटी की देखभाल करने में असमर्थ है। वह ऐसी महिलाओं के साथ अपनी पत्नी और बेटी की तस्वीर भी साझा करता था।

इन महिलाओं का विश्वास जीतने के लिए वह उनके परिवारों से मिलकर शादी की बात करता था, एक बार जब ये भोली-भाली महिलाएं उस पर विश्वास कर लेती थीं, तो वह शादी के लिए रिसॉर्ट, मैरिज हॉल या होटल की बुकिंग के नाम पर उनसे पैसे ऐंठकर उन्हें ठगता था। उसने आगे खुलासा किया कि इस तरह से उसने देश भर में कई महिलाओं को ठगा और उनमें से ज्यादातर महिलाएं तलाकशुदा, विधवा महिलाएं थीं क्योंकि उसके लिए झूठी सहानुभूति और लुभावनी मीठी बातों के जरिए उनका विश्वास हासिल करना आसान था।

आरोपी मुकीम खान 36 साल का है और प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसकी शादी 2014 में हुई थी और उसके तीन बच्चे हैं। 2020 में सबसे पहले उसने shadi.com पर अपनी आईडी बनाई और एक कामकाजी महिला की दिलचस्पी के आधार पर वह उससे मिलने वडोदरा गुजरात गया और बातचीत के बाद उससे शादी करने के लिए राजी हो गया जो तलाकशुदा थी और उसकी 05 साल की बेटी थी।

हालाँकि, उसने उससे शादी कर ली और उसके साथ रहने लगा, लेकिन उसके दिमाग में इस तरह से महिलाओं को ठगकर आसानी से पैसे कमाने का एक आपराधिक विचार आया। 2023 में, उसने इसी तरह से प्रीत विहार, दिल्ली की एक और महिला से शादी कर ली, जो विधवा थी और उसकी पाँच साल की बेटी थी। इस तरह, उसने भारत के अलग-अलग हिस्सों में अपना ठिकाना बनाया और वास्तव में वह मैट्रिमोनियल साइट्स से महिलाओं को निशाना बनाकर भारत के अलग-अलग इलाकों में शिकार कर रहा था।

वह शादी के नाम पर लक्षित महिलाओं से नकदी, मोबाइल फोन और गहने जैसे महंगे सामान भी ले लेता था। अगर उसे ऐसी महिलाओं के पास कुछ महंगा सामान नहीं मिलता था, तो वह नकदी की कमी/एटीएम के काम न करने की कहानी बनाता था और इन महिलाओं को अपने नाम पर महंगे फोन और वाहन खरीदने के लिए लुभाता था और अगर उनके पास नकदी नहीं होती थी, तो वह उनके नाम पर फाइनेंस करवा लेता था और फिर उन सामानों को हड़प लेता था। वह उन सामानों को आगे बेचकर नकदी इकट्ठा करता था। यहां तक ​​कि कई बार तो इन पीड़ितों ने अपने परिवार से शादी के लिए मिलने के उद्देश्य से रेलवे टिकट, हवाई टिकट भी बुक करवा लिए थे। उनके शिकार हाई प्रोफाइल मुस्लिम महिलाएं हैं और इनमें एक न्यायिक अधिकारी भी शामिल है।

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