नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। पुलिस की स्पेशल सेल ने एक साथ विशेष ऑपरेशन चलाते हुए साल की सबसे बड़ी बरामदगी की और राजधानी दिल्ली से 332 करोड़ की हेरोइन के साथ उसके सप्लायर और डिस्ट्रीब्यूटर को धर दबोचते हुए 10 लोगो को गिरफ्तार किया है जिनमे एक मास्टरमाइंड महिला भी शामिल है।, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की नॉर्थ और साउथ रेंज की यूनिट ने एक साथ चार अलग अलग आपरेशन चलाये और उन लोगो की धरपकड़ की जो दिल्ली के जरिये ड्रग्स की खरीद फरोख्त और सप्पलाई का काम कर रहे थे ।
पहले आपरेशन के तहत पुलिस की गिरफ्त में आई शमुता बानो जो नागाओं असम की रहने वाली है जिसके बाबत जब पुलिस को जानकारी मिली तो रेड डालने के बाद भारी तादाद में ड्रग्स बरामद हुई । उसकी निशानदेही पर उसके सिंडिकेट के कुछ और लोग भी पुलिस की गिरफ्त में आये। कुल मिलाकर शमुता के गिरोह के पास से पुलिस को 44 किलो से ज्यादा हेरोइन बरामद हुई । इसी रेंज द्वारा छापेमारी में अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर और डिसट्रिब्यूटर पकड़े गए जिनमे नाइजीरियाई नागरिग समेत अफगानी नागरिक शामिल है । ये लोग दिल्ली को ट्रांजिट पॉइंट की तरह इस्तेमाल कर ड्रग्स मिडिल ईस्ट तक सप्लाई करते थे
वही इसी तर्ज पर नार्थ रेंज की सेल की यूनिट ने भी दो अलग अलग आपरेशन के बाद 36 किलो की हेरोइन बरामद की है जिनमे से एक मामले में मास्टरमाइंड बरेली का था जो म्यांमार के रास्ते मणिपुर से होते हुए ड्रग्स की खेप दिल्ली से देश के अन्य इलाकों तक भिजवाता था । वही दिल्ली के मंगोलपुरी से ऑपरेट करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ कर 3 लड़को की भी गिरफ्तारी हुई जिनके पास से करोड़ो की कीमत की ड्रग्स बरामद हुई ।हालांकि ये चारों ही अलग अलग ड्रग्स सिंडिकेट के लिए काम करते है और इनके सरगना भी अलग अलग है लेकिन ज्यादातर मामलो में पाया ये गया कि ड्रग्स की सप्लाई म्यांमार से की जा रही है जो अलग अलग हैंडलर्स के जरिये दिल्ली को रिसीवर्स हब की तरह इस्तेमाल कर रहे है और यहा से पंजाब, राजस्थान , मध्यप्रदेश और साथ मे मिडल ईस्ट , गल्फ तक इसकी अलग अलग पैंतरों को अपना कर सप्लाई कर रहे है। एक साथ इतनी बड़ी तादाद में ड्रग्स की बरामदगी से ये तो साफ हो ही गया कि दिल्ली एक बार फिर से ड्रग्स के सिंडिकेट चलाने वालों के लिये ट्रांजिट पॉइंट बनती जा रही है। देखना ये है किनीस सिंडिकेट को चलाने वाले मुख्य मास्टरमाइंड कब तक पुलिस की गिरफ्त में आते है।