नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। जी जनाब यह मामला दिल्ली के मोतीनगर टू कनाडा का है। दिल्ली की वेस्ट जिला पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले का पर्दाफाश किया है। आरोप है कि दिल्ली के मोती नगर इलाके में एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर बनाकर वहां से करोड़ों की चीटिंग की जा रही थी। पुलिस ने इस गैंग का खुलासा करके 32 लोगों को गिरफ्तार किया है। मौके से 35 मोबाइल, 55 कम्प्यूटर सहित और भी सामान जब्त किया गया है। साथ ही यह भी पता चला कि यह कॉल सेंटर को मिनी एक्सचेंज के रूप में इस्तेमाल करके सरकार के दूरसंचार विभाग को भी करोड़ों का चूना लगाया जा रहा था।
वेस्ट जिला पुलस के एडिशनल डीसीपी समीर शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि यह गैंग कॉल सेंटर के जरिए कनाडियन लोगों को टारगेट करते थे। उन्हें कनाडा पुलिस इंटेलिजेंस की तरफ से कॉल करने की बात कहकर डराते थे कि उनका पैसा उनका नम्बर टेररिस्ट एक्टिविटी में यूज़ हुआ है और उनके अकाउंट में जो पैसे हैं उसे वह दूसरे वॉलेट में सेव करके डाल दे। अन्यथा उनका सारा पैसा गवर्नमेंट सीज कर लेगी। लोगों को डराकर जिस वॉलेट में पैसा ट्रांसफर करवाते थे वह बिटकॉइन जैसा एक वॉलेट होता था और इस तरीके से यह लोग लोगों से चीटिंग कर रहे थे।
पुलिस इस मामले में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर बाकी फरार लोगों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा कर रही है. पूछताछ में पता चला कि यह लोग इंटरनेशनल कॉल करते थे और सॉफ्टवेयर से इंडिया के नंबर को चेंज करके जिस भी कनाडा के कस्टमर के पास कॉल जाता, उन्हें लगता था कि यह नंबर कनाडा का है और फिर कस्टमर को कनाडा पुलिस सर्विस की तरफ से बोलकर डराते थे।
गिरफ्तार किए गए चीटर में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, आसाम, उत्तर प्रदेश, नागालैंड राज्यों के रहने वाले हैं।