नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दर्जनो सनसनीखेज मामलो में लिप्त दो कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया है। एसीपी अत्तर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह औऱ आलोक वाजपेयी के नेतृत्व में गिरफ्तार इन बदमाशों की पहचान हरीकृष्ण और राहुल उर्फ डंडा के रूप में हुई है। इन्हें बत्रा अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया गया इनके कब्जे से दो सेमीआटोमेटिक पिस्टल औऱ 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह औऱ आलोक वाजपेयी की टीम दिल्ली में हुए शूटआउट के चार मामलो में फरार हरीकृष्ण औऱ उसके साथी की तलाश में थे। 9 जुलाई को सूचना मिली प्रिंस तेवतिया गैंग का शार्प शूटर हरीकृष्ण बत्रा अस्पताल के पीछे अपने साथी राहुल उर्फ डंडा से मिलने पहुंचने वाला है। इस सूचना के आधार पर एसआई सतविंदर, हवलदार हेमंत, संजीव, अनिल, मनोज और सिपाही मोहिटेट की एक टीम ने जाल बिछाया। जैसे ही दोनो बदमाश मिलने पहुंचे पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा। मगर सरेंडर करने की बजाय हरीकृष्ण ने पुलिस पर गोली चला दी। राहुल भी पिस्टल निकाल रहा था मगर पुलिस ने पहले ही दबोच लिया।
पूछताछ में पता लगा कि हरीकृष्ण और उसके तीन साथी 1 जून को दो मोटरसाइकिल पर वजीराबाद गया था जहां एक दुकानदार पर उन्होंने सात राउंड से अधिक गोलियां चलाईं थीं। इस वारदात में राकेश चौहान नामक शख्स घायल हो गया था। हालांकि फायरिंग उसके मकान मालिक रामबीर सिंह को मारने के लिए की गई थी लेकिन उसी मकान में रहने की वजह से बदमाश राकेश को पहचान नहीं पाए थे। यह गोलीबारी जगतपुर के एक जमीन के टुकड़े को लेकर रामबीर और अजीत में हुए झगड़े का अंजाम था। अजीत कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया का दोस्त था। इसके पहले हरीकृष्ण ने 23 मई को भी रामबीर पर फायरिंग की थी लेकिन रामबीर भागने में कामयाब हो गया था।