खादी और ग्रामोद्योग आयोग का सरसो तेल जवानो का जायका बढ़ाने के लिए तैयार है। इसके लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने सरसों के तेल की आपूर्ति के लिए असम राइफल्स के साथ हाथ मिलाकर भारत को “आत्मनिर्भर” बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। केवीआईसी और असम राइफल्स ने इस आशय के एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन पर केवीआईसी की ओर से श्री जितेंद्र कुमार गुप्ता, जोनल उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, और असम राइफल्स की ओर से श्री बीजू के. सैम, कमांडेंट, ने केवीआईसी के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अर्धसैनिक बलों को दिए निर्देशों के तहत यह प्रयास हुआ है, जो कि पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए “आत्मनिर्भर भारत अभियान” के परिपेक्ष में स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया है I माननीय एमएसएमई मंत्री श्री नारायण राणे ने इस कदम का स्वागत किया।
गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे देश में सीएपीएफ कैंटीन के माध्यम से केवल स्वदेशी उत्पादों को बेचना अनिवार्य कर दिया था। असम राइफल्स जल्द ही उच्च क्वालियी वाली कच्ची घानी सरसो तेल के िलए खादी आयोग को आर्डर देगी। इसकी कीमत करीब 2.71 करोड़ होगी। इसकी आपूर्ति खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग द्वारा 2022-23 के दौरान की जाएगी। यह सरसो का तेल 15 किलोग्राम वर्गाकार, आईएसआई चिन्हित टिन में पैक और 1 लूटर पेट् बोतल में आपूर्ति की जाएगी।
खादी ग्रामोद्योग का सरसो तेल प्रासंगिक एफएसएसएआई मानकों के अनुरूप होगी। असम राइफल्स के डीजी द्वारा मनोनीत अफसरों का बोर्ड सरसो के तेल की गुणवता की जांच करेगा। प्रस्तावित सरसों के तेल की शेल्फ लाइफ आपूर्ति की तारीख से नौ महीने की होगी। असम राइफल्स के आर्डर के 45 दिनो के भीतर खादी को सरसो तेल सप्लाई करना होगा। खादी के सरसो तेल को शिलांग, दीमापुर, मंत्रीपुखरी, सिल्चर और जोरहाट भेजा जाना है।