वाहन चालकों खासकर बिहार में सड़क मार्ग का इस्तेमाल करने वालों के लिए यह सबसे जरूरी खबर है। अप्रैल 2023 से बिहार चार शहरो में आटोमेटिक ई-चालान जनरेट करने की व्यवस्था शुरू हो जाएगी। ये शहर हैं पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर औऱ बिहार शरीफ। इन शहरो में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की नजर होगी। नियम तोडने वाले वाहन चालकों का ई-चालान काटा जाएगा।
इस सुविधा की शुरूआत के बाद उपरोक्त शहरो में मैनुअल चालान पर पूरी तरह रोक लगाई जा सकती है। ट्रैफिक सिग्नल और जेब्रा क्रासिंग जंप करने के अलावा बगैर हेलमेट. सीट बेल्ट नहीं लगाने, ओवरटेक और ओवर स्पीड चलाने वाले वाहन चालकों का भी ई-चालान होगा।
बिहार के एडीजी ट्रैफिक सुधांशु दास ने दैनिक जागरण में दिए बयान में बताया है कि 2021 के आंकड़ो पर नजर डालें तो 43 प्रतिशत हादसे ओवर स्पीड औऱ गलत दिशा में वाहन चलाने की वजह से हुई। दुर्घटनाओं में हेल्मेट नहीं पहनने वाले 35 प्रतिशत बाइक सवार की मौत हो गई। एनएच औऱ एसएच पर सर्वाधिक दुर्घटनाए हुईं। सड़क हादसे में शिकार होने वालों में 69 फीसदी 18-45 वर्ष की आयु के लोग रहे।
इ-चालान के लिए आटोमेटिक नंबर प्लेट, रेडलाइट वायलेशन डिटेक्शन, स्पीड वायलेशन डिटेक्शन, पैन टिल्ट जूम आदि सुविधा वाले कैमरे लगाए गए हैं। कैमरों के फुटेज का बैकअप भी रखने की योजना है।