upi scam के बारे में तो आपने बहुत सुना होगा। लेन देन के लिए upi से आसान माध्यम नहीं है मगर साइबर ठग इसका लाभ भी उठाते हैं। यही वजह है कि upi scam के जरिए लोगों को मोटी रकम का चुना लगाया जा रहा है। यहां हम आपको ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं जिससे आप upi scam के शिकार बनने से बच सकते हैं। अपने साथियों को भी आप ऐसे धोखाधड़ी से बचा सकते हैं।
upi scam से ऐसे बचें
साइबर सुरक्षा विचार को ध्यान से पढ़िए, आप कभी भी UPI धोखाधड़ी का शिकार नहीं बनेंगे।
UPI हैंडल को सत्यापित करने और जालसाज को पैसे भेजने से बचने के लिए अपनाएं व्यावहारिक तरीका। साथ ही जानिए नया SEBI समर्थित सिस्टम जो अक्टूबर 2025 से लागू होगा।
सामान्य सत्यापन तकनीक
• UPI ID को सावधानी से जांचें: असली UPI ID का फ़ॉर्मेट होता है username@bankname। गलत स्पेलिंग या अतिरिक्त अक्षरों से सावधान रहें।
• पहले ₹1 भेजें: बड़ी राशि भेजने से पहले ₹1 भेजकर प्राप्तकर्ता का नाम कन्फर्म करें।
• विश्वसनीय ऐप्स का इस्तेमाल करें: PhonePe, Google Pay, Paytm जैसे ऐप्स ट्रांजैक्शन से पहले प्राप्तकर्ता का नाम दिखाते हैं।
• सोशल मीडिया पर भेजे गए UPI लिंक से बचें: WhatsApp या Instagram पर भेजे गए लिंक अक्सर फर्जी होते हैं—स्वतंत्र रूप से सत्यापन करें।
SEBI द्वारा सत्यापित नया UPI सिस्टम (अक्टूबर 2025 से प्रभावी)
SEBI-पंजीकृत मध्यस्थों (जैसे ब्रोकर्स, म्यूचुअल फंड्स) से लेन-देन करते समय नया सिस्टम करेगा पहचान की पुष्टि:
फ़ीचर विवरण
हैंडल फ़ॉर्मेट username.category@validBank (उदाहरण: abc.brk@validXYZ)
श्रेणी संकेत .brk ब्रोकर्स के लिए, .mf म्यूचुअल फंड्स के लिए
विज़ुअल संकेत स्क्रीन पर एक हरे रंग का त्रिकोण और 👍 आइकन दिखाई देगा सत्यापित हैंडल के लिए
SEBI सत्यापन टूल QR स्कैन या मैनुअल एंट्री द्वारा हैंडल और बैंक डिटेल्स की जांच करें
यह प्रणाली NPCI के साथ मिलकर लॉन्च की जा रही है ताकि जालसाजी और पहचान की नकल को रोका जा सके।
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