नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। दक्षिण पूर्वी दिल्ली की ओखला पुलिस ने तीन जालसाजों के गिरोह का पर्दाफाश किया है। जालसाजों का यह गिरोह फर्जी ग्राहकों की फाइल पर लोन पास कराते थे। एक मशहूर फाइनेंस कंपनी से फर्जी ग्राहकों के नाम पर लिए गए लोन से 28 स्कूटी खरीदे और फिर बेचे भी जा चुके थे। पुलिस ने इनमें से 6 स्कूटी बरामद कर लिया है।
दक्षिण पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त चिन्मॉय विश्वाल के मुताबिक नोएडा स्थित हिंदूजा लेलैंड फाइनेंस के आशीष गोयल ने अपने मार्केटिंग एजेंट सुनील के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि सुनील ने फर्जीवाड़ा कर कंपनी को चूना लगाया है। इस शिकायत के आधार पर एसीपी ढाल सिंह की देखरेख में ओखला एसएचओ संदीप घई की टीम ने जांच शुरू की। जांच में पता लगा कि फर्जीवाड़े की पूरी साजिश के पीछे हरीश धींगरा नामक शख्स है। उसके साथ मोहम्मद शौलूहीन नामक शख्स भी मिला हुआ है। पूछताछ के दौरान पता लगा कि हरीश ने सुनील को लालच देकर अपनी साजिश में शामिल किया। इस साजिश के मुताबिक हरीश फर्जी ग्राहकों की आईडी मुहैया कराता था। इस फर्जी आईडी के आधार पर सुनील अपने पोजीशन का इस्तेमाल कर फाइनेंस कंपनी से डिलीवरी आर्डर ले लेता था। जिसके बाद फर्जी ग्राहक के नाम पर होंडा आक्टिवा स्कूटी ले ली जाती थी। इस काम के बदले सुनील को 25 हजार रुपये मिलते थे इसमें से 10 हजार डाउन पेमेंट के रूप में जमा कराया जाता था और शेष रकम सुनील की जेब में चली जाती थी। हरीश स्कूटी को 30-35 हजार रुपये में मोहम्मद को दे दिया करता था। मोहम्मद इसे भोले भाले लोगों को 40-45 हजार रुपये में बेच देता था। खरीदने वाले शख्स को फर्जी ग्राहक का हस्ताक्षर किया हुआ बिक्री फार्म भी दे दिया जाता था। स्कूटी ऐसे ही ग्राहकों को बेची जाती थी जो कालोनी के अंदरूनी हिस्सों मे आने जाने के लिए स्कूटी का इस्तेमाल करते हैं। फर्जी ग्राहकों की फाइल के आधार पर ठगों की यह तिकड़ी अब तक 28 स्कूटी ले चुकी थी।