नई दिल्ली,इंडिया विस्तार। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एसटीएफ ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जिसके दो सदस्य छठी और एक सदस्य मात्र नौवीं कक्षा तक पढ़ा है लेकिन यह गैंग कारों से मात्र 30 सेकेंड में बैटरी चोरी कर लेता था। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पिछले 15 महीनों में दिल्ली-एनसीआर इलाकों में 5,000 से अधिक कार बैटरियों की चोरी कर चुका है। डीसीपी राम गोपाल नाइक ने बताया कि आरोपी की पहचान शहजाद, जुबैर और गुल मोहम्मद के तौर पर हुई है।
पुलिस ने उनके पास से 55 चोरी हुईं कार बैटरियों को बरामद किया है। इससे पहले वसंत विहार, आरके पुरम, साउथ कैंपस, पालम और सागरपुर में कई जगहों से से कार की बैटरी चोरी की वारदातें रिपोर्ट की गई थी। वसंत विहार में हुई एक चोरी की घटना में चोर संयोगवश वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। कार से बैटरी चोरी करते हुए उसकी सारी हरकतें कैमरे में कैद हो गई। दरअसल दक्षिणी दिल्ली में हो रही कार बैटरी चोरी की वारदातों को देखते हुए क्राइम ब्रांमच एसटीएफ के एसीपी पंकज सिंह की देखरेख में एसआई राजीव बमल, अशोक कुमार, एएसआई बीर सिंह, कुलदीप, विजय, तहजीब हैदर, हवलदार विजय कुमार आदि की टीम बनाई गई।
इस टीम ने कैमरे की जांच की तो पता लगा कि उस पर उतराखंड का नंबर लिखा हुआ है। पुलिस ने जाल बिछाया जैसेही इनमें से एक फोर्ड फिगो कार से आया था उस पर उत्तराखंड का नंबर लिखा हुआ था। उसे गुरुवार को न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने पुलिस को अपनी चोरी की पूरी प्लानिंग बताई। उन्होंने बताया कि उन तीनों में से एक कार में बैठा होता था जबकि दूसरा शख्स एक गार्ड की तरह वहां आस-पास घूम कर चारों तरफ नजर रखता था। इसी बीच तीसरा शख्स कार की बोनट खोलकर उसमें से बैटरी चुरा कर निकाल ले जाता था।