नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। यदि आप सोशल मीडिया खासकर व्हाट्स एप्प पर सक्रिय रहते हैं और किसी व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़े हैं या चलाते हैं तो इन दिनों कुछ भी लिखने से पहले दस बार सोचिएगा। क्योंकि आपके हरेक पोस्ट पर प्रशासन की नजर है और जरा भी गड़बड़ी फैलाने वाला पोस्ट हुआ तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई तय है। अयोध्या फैसला आने से पहले अभी तो प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सभी लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि कोई भी शख्स सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए किसी तरह की कोई भ्रांति या अफ़वाह ना फैलाएं और आपस में शांति सौहार्द का वातावरण बनाया जाए । मगरअगर इस जागरूकता अभियान के बाद भी कोई पोस्ट ऐसा वैसा होता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही के साथ साथ व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
अयोध्या पर आने वाले फैसले को देखते हुए देश भर में प्रशासन और पुलिस द्वारा यह बताया और समझाया जा रहा है कि अयोध्या फैसला चाहे किसी के पक्ष में आए उसका सभी को स्वागत करना चाहिए । और फैसला आने के बाद कोई भी माहौल खराब करने का प्रयास ना करे। साथ ही किसी तरह का कोई जश्न भी ना मनाया जाए। सभी लोगों से शांति सौहार्द बनाए जाने की ही बात की जाए। यदि कोई भी शख्स माहौल खराब करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग किए जाने के उद्देश्य से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में (एस एम आर सी) यानी इस सोशल मीडिया कमांड रिसर्च सेंटर बनाया गया है । वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एसएमआरसी का कार्यालय बनाया गया है। जिसका कार्य केवल और केवल सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग ही करना है और अयोध्या फैसला आने से पहले सभी तरह की सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जा रही है।