crime news: क्राइम की यह सत्य कथा एक ऐसे वाहन चोर के बारे में है जो पेशे से ड्राइवर था। मात्र नौंवी कक्षा पास यह ड्राइवर वाहन चोरों की दुनिया में हनी के नाम से कुख्यात था। इसका काम था दिल्ली से लग्जरी गाडियों की चोरी कर मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में बेच देना। इस काम के लिए उसने अपना गैंग भी बना लिया था। चोरी की गा़ड़ी बेचने के बाद यह गैंग हवाई यात्रा किया करता था।
crime news: इस तरह पकड़ा गया हनी
क्राइम ब्रांच के डीसीपी भीष्म सिंह के मुताबिक क्राइम ब्रांच में तैनात हेडकांस्टेबल नवीन को एक आरोपी आस मोहम्मद के टोयटा फार्च्यूनर से आने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर एसीपी अरविंद कुमार की निगरानी और इंस्पेक्टर रोबिन त्यागी के नेतृत्व में एएसआई नीरज, हेडकांस्टेबल अमित, अभिनव, नवीन इंद्रजीत और अनुज कुमार की टीम बनाई गई।
पुलिस टीम ने यमुना विहार में जाल बिछाया मगर पुलिस की मौजूदगी देख आस मोहम्मद फार्च्यूनर कार में भागने लगा। पुलिस टीम ने जयपुर हाईवे तक पीछा कर अलवर तिराहे से आस मोहम्मद को दबोचने में कामयाबी पा ली। यह कार पंजाबी बाग से चोरी की गई थी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गाजीपुर से एक ब्रीजा और एक बलेनो कार और बरामद की।
पूछताछ में आस मोहम्मद ने बताया कि यह गाडियां हरिन्द्र उर्फ हनी ने चोरी की हैं आस ने उसी से गाड़ियां खरीदी थीं। पुलिस टीम ने हनी की तलाश शुरू की। आखिरकार हनी को गाजियाबाद के राज नगर एक्सटेंशन से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि उसका गैंग दिल्ली से लग्जरी कार चोरी कर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान में बेच देता है। वह 20 मामलो में लिप्त पाया गया। चोरी की गाड़ी की डिलीवरी देने के बाद वह हवाई यात्रा किया करता था। नौंवी कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद वह पहले ड्राइवरी करता था।
यह भी पढ़ेंः
- airtel की साइबर सुरक्षा अभियान को जान लीजिए, काम आ सकती है जानकारी
- swadeshi movement: शुरू होगा स्वदेशी, सुरक्षा और स्वावलंबन का अभियान
- mobile phone data को दूसरे सिस्टम से इस तरह कर सकते हैं डिलीट
- web series ‘प्रतिशोध’ बदले की आग और बहुत कुछ
- कहीं आप sarkari yojana के फर्जी वेबसाइट पर क्लिक तो नहीं कर रहे, सावधानी के तरीके