नए साल के जश्न से पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Delhi crime branch) ने नारकोटिक्स तस्करी के खिलाफ एक निर्णायक कार्रवाई करते हुए दिल्ली-NCR में सक्रिय एक संगठित ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में 2.034 किलो हेरोइन, जिसकी कीमत लगभग ₹10 करोड़ बताई जा रही है, बरामद की गई है और नेटवर्क के दो प्रमुख सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं।
Delhi Crime Branch ने ऐसे किया खुलासा
क्राइम ब्रांच के डीसीपी हर्ष इंदौरा के मुताबिक क्राइम ब्रांच (WR-II, द्वारका) को हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार को गुप्त सूचना मिली कि इंदरपुरी निवासी अंशुल राणा नए साल से पहले बड़ी मात्रा में हेरोइन की सप्लाई करने आने वाला हैऔर वह द्वारका सेक्टर-08 स्थित क्वीन्स वैली स्कूल के पास डिलीवरी देने आने वाला है।
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इस सूचना पर इंस्पेक्टर पवन सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई जिसमें एसआई अनुज छिकारा, कुलदीप सिंह, एएसआई श्रीओम, एचसी रविंदर सिंह, प्रमोद कुमार, पवन कुमार, अशोक, कांस्टेबल मनोज और महिला कांस्टेबल काजल शामिल थे। पूरी कार्रवाई एसीपी राजपाल डाबस की निगरानी में हुई।
तकनीकी निगरानी के आधार पर लोकेशन ट्रेस की गई और डी.डी.ए. स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास छापेमारी कर अंशुल राणा को गिरफ्तार किया गया। उसके बैग से 2.034 किलो हेरोइन बरामद हुई।
जांच में बड़ा खुलासा
पूछताछ में अंशुल राणा ने बताया कि वह यह हेरोइन गंगा प्रसाद उर्फ विक्की (मादीपुर निवासी) से खरीदता था, जो इसे उत्तर प्रदेश के बरेली से मंगवाता था।
बाद में एसआई अनुज छिकारा को गंगा प्रसाद के बारे में सूचना मिली। तकनीकी निगरानी के आधार पर उसकी लोकेशन लक्ष्मी नगर में ट्रेस की गई और इंस्पेक्टर सतीश मलिक के नेतृत्व में दूसरी टीम ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।
बरामदगी
अंशुल राणा से:
- 2.034 किलो हेरोइन (₹10 करोड़ अनुमानित मूल्य)
- एक स्कूटी (DL-11-PK-64XX)
- तीन मोबाइल फोन
गंगा प्रसाद उर्फ विक्की से:
- तीन मोबाइल फोन
गंगा प्रसाद का आपराधिक इतिहास
- FIR 223/2019 – NDPS एक्ट, स्पेशल सेल दिल्ली
- FIR 17/2013 – IPC 304/341/323/34, थाना पंजाबी बाग
- FIR 74/2012 – आबकारी अधिनियम, थाना ख्याला











