नई दिल्ली, इंडिया विस्तार। साल 2019 अब जा रहा है और साल 2020 शुरू हो रहा है। बधाई और शुभकामनाओं के साथ आइए आपको बताते है कि जिस तरह से इस साल हमने कई बदलाव देखे उसी तरह से ही आने वाला साल भी आपके जीवन में कई फाइनेंशियल बदलाव लेकर आ रहा है। अब अगर इस साल की बात करे तो आधार, एटीएम, इंश्योरेंस और राशन कार्ड सहित कई चीज़ों को लेकर नियमें में बदलाव हुआ और इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ा। आइए अब बात करते है कि 1 जनवरी 2020 से देश में क्या-क्या बदल जाएगा और कौन-कौन से नए नियम लागू होने वाले हैं।
पैन को आधार से लिंक करना जरूरी: 1 जनवरी से सबसे बड़ा बदलाव पैन कार्ड को लेकर किया जा रहा है। 31 दिसंबर तक अगर आपने पैन कार्ड को आधार से लिंक नहीं किया तो 1 जनवरी से आपका पैन कार्ड काम नहीं करेगा। अगर आपका पैन कार्ड मान्य नहीं होगा तो आप इनकम टैक्स, निवेश या लोन आदि से जुड़ा कोई भी काम नहीं कर पाएंगे।
बंद हो जाएगा डेबिट कार्ड: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने सभी ग्राहकों को मैग्नेटिक स्ट्रिप डेबिट कार्ड को ईएमवी चिप और पिन बेस्ड कार्ड्स में बदलने के लिए कहा है। एसबीआई ने ईएमवी चिप और पिन बेस्ड वाले डेबिट कार्ड जारी करना शुरू कर दिया है। बैंक ने डेबिट कार्ड बदलने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2019 तय की है। अगर ऐसा नहीं किया तो आपका कार्ड ब्लॉक हो जाएगा यानी आप उससे ट्रांजेक्शन नहीं कर पाएंगे। एटीएम मशीन से पैसे नहीं निकाल पाएंगे।
‘सबका विश्वास स्कीम’ होगी बंद : 1 जनवरी 2020 से ‘सबका विश्वास स्कीम’ बंद होने जा रही है। वित्त वर्ष 2019-20 के आम बजट में सबका विश्वास स्कीम की शुरुआत की गई थी। वित्त मंत्रालय ने Indirect tax के लंबित विवादों का निपटारा करने के लिए यह योजना बनाई थी। इस स्कीम की अवधि 31 दिसंबर 2019 को समाप्त हो रही है। इस योजना के तहत बकाया टैक्सर वालों को सरकार की तरफ से टैक्स में 70% तक का रीबेट मिलेगा।
गहनों के नियम बदलने वाले हैं: नए साल से सोने की खरीदारी से जुड़े नियमों में बदलाव हो सकता है। सरकार नए साल से गहनों की हॉलमार्किंग जरूरी कर सकती है। पूरे देश में नए नियम 15 जनवरी 2021 तक लागू हो जाएंगे। अभी सोने के गहनों पर हॉलमार्किंग स्वैच्छिक है। नए नियम लागू होने के बाद सभी ज्वेलर्स के लिए हॉलमार्किंग जरूरी होगी। अब आपके मन में सवाल होगा कि क्यों जरूरी है हॉलमार्किंग? तो आपको बता दें कि हॉलमार्क सोने की शुद्धता का प्रमाण है। अक्सर ज्वे लर्स 22 कैरेट के नाम पर 21 या 18 कैरेट सोना बेच देते हैं। अगर ये नियम लागू होता है तो ऐसा करना मुमकिन नहीं होगा. सही हॉलमार्क नहीं होने पर ज्वेलर को नोटिस जारी किया जाएगा।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम के नियमों में बदलाव: सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) के तहत 60 की उम्र में रिटायर होने वाला व्यक्ति निवेश कर सकता है। ये खाता 5 साल में मैच्योर होता है। इस वजह से अब 5 साल से पहले पैसे निकालना मुमकिन नहीं है। बता दें कि SCSS में बैंक FD से ज्यादा ब्याज मिलता है।
इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़े बदले ये नियम: 1 फरवरी 2020 से जीवन बीमा पॉलीसी के नियम बदल जाएंगे। IRDA बीमा कंपनियों को आदेश दे चुका है। ये चेंज लिंक्ड, नॉन लिंक्ड जीवन बीमा पॉलीसी में होगा। इस पॉलिसी के लागू होने के बाद प्रीमियम महंगा हो जाएगा और गारंटीड रिटर्न थोड़ा कम हो सकता है। पॉलीसी मैच्योरिटी पर निकासी की सीमा 33% से बढ़ाकर 60% होनी संभव है। पॉलिसी लेने वाले को गारंटीड रिटर्न का विकप्ल भी मिलेगा। साथ ही यूलिप निवेशकों के लिए मिनिमम लाइफ कवर घट जाएगा।
नए साल से फास्टैग जरूरी: राष्ट्रीय राजमार्गों पर इलेक्ट्रॉनिक रूप से टोल कलेक्शन शुरू हो चुका है। 15 जनवरी से सभी गाड़ियों पर फास्टैग जरूरी हो जाएगा। हाइवे पर टोल से गुजरने वाले सभी वाहन पर फास्टैग जरूरी होगा। बता दें कि अब तक करीब 1 करोड़ फास्टैग जारी हो चुके हैं। फास्टैग लेन से सिर्फ टैग लगी गाड़ियां ही गुजरेंगी। अगर बिना फास्टैग वाली गाड़ियां फास्टैग लेन से गुजरती हैं तो उन्हें दो गुना टोल देना होगा।
अगले साल 1
जून से
लागू होगा एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड: सरकार ने राशन कार्ड का स्टैंडर्ड फॉर्मैट तैयार किया है।
योजना के तहत एक जगह से दूसरी जगह जाने पर कार्ड के लाभ के लिए नए राशन कार्ड की
आवश्यकता नहीं होगी।
महंगी होगी ठंडक: नए साल पर AC, फ्रिज 6000
रुपए तक महंगे हो जाएंगे। 5 स्टार AC,
फ्रिज की कीमतों में इजाफा होगा। बता
दें कि कीमतों में बढ़ोतरी नए एनर्जी लेवलिंग नॉर्म्स लागू होने के कारण की जा रही
है। अब AC
और फ्रिज में कूलिंग के लिए फोम की
जगह वैक्यूम पैनल का इस्तेमाल होगा।
नए साल पर महंगी होंगी गाडियां: 1 जनवरी 2020 से सभी गाड़ियां महंगी हो जाएंगी। सभी ऑटो निर्माता कंपनियां कीमतें बढ़ाएंगी। BS-VI लागत में बढ़ोतरी की वजह से कीमतें बढ़ेंगी। मारुति और टाटा मोटर्स इस बाबत ऐलान कर चुकी हैं। साथ ही महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी दाम बढ़ाने की बात कही है। गाड़ियों के दाम बढ़ने की वजह रुपये में कमजोरी भी है।