इंडिया विस्तार
नई दिल्ली
दिल्ली के द्वारका स्तिथ सेंट्रल गवर्नमेंट के अंदर आने वाले सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज एंड ट्रेनिंग इंस्टीटूट में स्कालरशिप घोटाला सामने आया है। जिसमे इंस्टीटूट के ही 2 कर्मचारियों ने बच्चो की कला पर खर्च होने वाले स्कालरशिप के पैसो में से 50 लाख का घोटाला किया ।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस सिलसिले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये मासूम बच्चो की कला पर खर्च होने वाले पैसो पर अपना डाका डाल लेते थे गिरफ्तार लोगों में संदीप पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड है और करीब पिछले पौने दो सालों में सेकड़ो बच्चो की स्कालरशिप का 50 लाख के आसपास कैश पर ये हाथ साफ कर चुके है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी भिष्म सिंह के मुताबिक सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज एंड ट्रेनिंग नाम का इंस्टीटूट हर साल 5 करोड़ रुपये तक की स्कालरशिप 10 से 14 साल के बच्चो को देता है ताकि मासूम बच्चो में छुपी कला उभर कर सामने आ सके.. लेकिन मुख्य आरोपी संदीप कुमार और उसके बाकी साथियों ने मासूम बच्चो को दी जा रही रकम पर ही कब्जा कर लिया।
प्राेग्रामर से बना स्कैमर
दिल्ली क्राइम ब्रांच के मुताबिक मुख्य आरोपी संदीप कुमार सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इंस्टीटूट में कंप्यूटर प्रोग्रामर के तौर पर काम करता था। कंप्यूटर में मास्टर्स होने के चलते कॉन्ट्रैक्ट बेस पर काम करने वाला संदीप ने स्कालरशिप लेने वाले बच्चो के एकाउंट्स डिटेल्स के बदले अपने ही रिश्तेदारों और दोस्तो की बैंक से जुड़ी जानकारी डाल देता था। ताकि बच्चो को मिलने वाली स्कालरशिप की रकम बच्चो के खाते में ना जा कर मुख्य आरोपी संदीप कुमार के खातों में चली जाए। इसके बदले संदीप अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को 10% पैसा देता था बाकी खुद रख लेता था।
इसी साल फरवरी के महीने में सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इंस्टीटूट के डायरेक्टर की तरफ से स्कालरशिप में होने वाली इस गड़बड़ी के बारे में दिल्ली पुलिस को एक शिकायत दी गयी थी जिसमे ये बताया गया था कि छात्रो के देने वाली स्कॉलरशिप में घोटाला हुआ है। शिकायत में करीब 50 लाख रुपये की धोखाघड़ी की बात कही गई। इस मामले के जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच को केस ट्रांसफर हुआ और पुलिस ने जांच करना शुरू किया।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस सिलसिले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये मासूम बच्चो की कला पर खर्च होने वाले पैसो पर अपना डाका डाल लेते थे गिरफ्तार लोगों में संदीप पूरे गिरोह का मास्टरमाइंड है और करीब पिछले पौने दो सालों में सेकड़ो बच्चो की स्कालरशिप का 50 लाख के आसपास कैश पर ये हाथ साफ कर चुके है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी भिष्म सिंह के मुताबिक सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज एंड ट्रेनिंग नाम का इंस्टीटूट हर साल 5 करोड़ रुपये तक की स्कालरशिप 10 से 14 साल के बच्चो को देता है ताकि मासूम बच्चो में छुपी कला उभर कर सामने आ सके.. लेकिन मुख्य आरोपी संदीप कुमार और उसके बाकी साथियों ने मासूम बच्चो को दी जा रही रकम पर ही कब्जा कर लिया।
प्राेग्रामर से बना स्कैमर
दिल्ली क्राइम ब्रांच के मुताबिक मुख्य आरोपी संदीप कुमार सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इंस्टीटूट में कंप्यूटर प्रोग्रामर के तौर पर काम करता था। कंप्यूटर में मास्टर्स होने के चलते कॉन्ट्रैक्ट बेस पर काम करने वाला संदीप ने स्कालरशिप लेने वाले बच्चो के एकाउंट्स डिटेल्स के बदले अपने ही रिश्तेदारों और दोस्तो की बैंक से जुड़ी जानकारी डाल देता था। ताकि बच्चो को मिलने वाली स्कालरशिप की रकम बच्चो के खाते में ना जा कर मुख्य आरोपी संदीप कुमार के खातों में चली जाए। इसके बदले संदीप अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को 10% पैसा देता था बाकी खुद रख लेता था।
इसी साल फरवरी के महीने में सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इंस्टीटूट के डायरेक्टर की तरफ से स्कालरशिप में होने वाली इस गड़बड़ी के बारे में दिल्ली पुलिस को एक शिकायत दी गयी थी जिसमे ये बताया गया था कि छात्रो के देने वाली स्कॉलरशिप में घोटाला हुआ है। शिकायत में करीब 50 लाख रुपये की धोखाघड़ी की बात कही गई। इस मामले के जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच को केस ट्रांसफर हुआ और पुलिस ने जांच करना शुरू किया।
एक-एक कर हत्थे चढ़े
दिल्ली पुलिस ने कार्यवाही करते हुए मुख्य आरोपी संदीप कुमार और इंस्टीटूट में ही काम करने वाले कौशिक सिन्हा रॉय और 4 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है।. दिल्ली पुलिस को आशंका है की सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इंस्टीटूट के कुछ और लोग भी इस गिरोह में शामिल हो सकते ह।.जिसकी जांच की जा रही है… आपको बता दे की सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इंस्टीटूट स्कालरशिप ले रहे हर बच्चे को करीब 12 हज़ार रुपये देता है।
दिल्ली पुलिस ने कार्यवाही करते हुए मुख्य आरोपी संदीप कुमार और इंस्टीटूट में ही काम करने वाले कौशिक सिन्हा रॉय और 4 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है।. दिल्ली पुलिस को आशंका है की सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इंस्टीटूट के कुछ और लोग भी इस गिरोह में शामिल हो सकते ह।.जिसकी जांच की जा रही है… आपको बता दे की सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्सेज इंस्टीटूट स्कालरशिप ले रहे हर बच्चे को करीब 12 हज़ार रुपये देता है।