राजस्थान पुलिस अक्सर समाजिक सरोकार में भी बाजी मारती है। ऐसा ही नजारा देखने को मिला राजस्थान के नागौर जिले में। इकलौता जवान भाई गैंगस्टर की गोली से शहीद क्या हुआ, पुलिस की टीमों ने मिलकर गैंगस्टर का एनकाउंटर कर दिया।


उसके बाद शहीद सिपाही की बहन को इतने भाई मिले कि उसकी शादी का नजारा कुछ और ही हो चला। इकलौते भाई की मौत के बाद सदमें में आई उसकी बहन को एसपी ने अपनी बहन बना लिया और बकायदा उसकी शादी में उसका मायरा भरने पहुंचे, आखों में आसूं भर गए, सभी के। इस शादी के चर्चे पूरे राजस्थान में हो रहे हैं। यह पूरा मामला नागौर जिले का है।
दरअसल साल 2016 में नागौर में गैंगस्टर आनंदपाल को ललकारने वाले सिपाही खुमाराम की हत्या कर दी गई थी। खुमाराम को आनंदपाल ने गोली मार दी थी। इकलौते भाई की हत्या के बाद उसकी बहन संगीता सदमें में चली गई थी। उस समय वहां एसपी परिस देशमुख जिला संभाल रहे थे। वे संगीता के घर पहुंचे और उसके बाद उसे अपनी बहन माना। उसे करीब सात से दस लाख रुपए की सहायता पुलिस विभाग से की गई। उसके बाद हर रक्षाबंधन पर उसे राखी का रिश्ता भी किया। उस समय कहा था कि शादी यादगार होगी और वास्तव में शादी यादगार होती जा रही है।
दरअसल रविवार को संगीता के मायरा भरा जाना था। शाम होते होते एसपी परिस देखमुख और कई पुलिसकर्मी संगीता के यहां पहुंचे और करीब दो लाख रुपए कैश, 35 तोला सोना और चांदी के जेवरों का मायरा भरा। जब संगीता को गले लगाया तो एसपी और उनकी धर्म बहन संगीता दोनो ही आसूं नहीं रोक सके। वहां मौजूद हर किसी की आखें नम हो गई। अब शुक्रवार दो दिसम्बर को संगीता की शादी है। शादी को भी यादगार बनाने की तैयारी की जा रही है। इससे पहलें संगीता की शादी का कार्ड भी चर्चा में रहा है। उल्लेखनी है कि एसपी परिस देशमुख वर्तमान में जयपुर शहर में डीसीपी नोर्थ पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।